Friday, January 8, 2021

में वो किताब हूँ

 Source:pixbay.com


में वो किताब हूँ, जिसे पढ़ना सबके बस की बात नहीं 

तुम नापोगे समंदर की गहराई को किनारे पर रहकर , अब इतनी तो तुम्हारी औकात नहीं 


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