Tuesday, January 5, 2021

भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का

 Source: pixbay.com


भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का, इन निगाहों  में दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया 

तुम छोड़ कर गए थे हमे जिस रात में, उस रात का कभी सवेरा ही नहीं आया 


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